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Showing posts from March, 2019

लक्ष्मी चालीसा का पाठ - श्री महालक्ष्मी चालीसा लक्ष्मी आरती

लक्ष्मी चालीसा का पाठ - श्री महालक्ष्मी चालीसा लक्ष्मी आरती हिंदी में। श्री महालक्ष्मी चालीसा ।। ।। दोहा ।। जय जय श्री महालक्ष्मी , करूँ माता तव ध्यान । सिद्ध काज मम किजिये , निज शिशु सेवक जान ।। ।। चौपाई ।। नमो महा लक्ष्मी जय माता , तेरो नाम जगत विख्याता ।। आदि शक्ति हो माता भवानी , पूजत सब नर मुनि ज्ञानी ।। जगत पालिनी सब सुख करनी , निज जनहित भण्डारण भरनी ।। श्वेत कमल दल पर तव आसन , मात सुशोभित है पद्मासन ।। श्वेताम्बर अरू श्वेता भूषणश्वेतही श्वेत सुसज्जित पुष्पन ।। शीश छत्र अति रूप विशाला , गल सोहे मुक्तन की माला ।। सुंदर सोहे कुंचित केशा , विमल नयन अरु अनुपम भेषा ।। कमल नयन समभुज तव चारि , सुरनर मुनिजनहित सुखकारी ।। अद्भूत छटा मात तव बानी , सकल विश्व की हो सुखखानी ।। मृदुलतव भवानी , सकल विश्व की हो सुखखानी ।। महालक्ष्मी धन्य हो माई , पंच तत्व में सृष्टि रचाई ।। जीव चराचर तुम उपजाये , पशु पक्षी नर नारी बनाये ।। क्षितितल अगणित वृक्ष जमाए , अमि

संकटों से मुक्ति के लिए हनुमान मंत्र

हनुमान मंत्र संकटों से मुक्ति पाने केलिए: ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय  सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा  सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति के लिए शनिवार के दिन सुबह 4 से 6 बजे के बीच हनुमान  के मंदिर में जाकर वहां लाल ऊनी आसन पर बैठकर इस मंत्र का  100 बार मंत्र का जप करें। इसके बाद 1   बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ भी ज़रूर करें। इस मंत्र का जप 21 शनिवार करने से जीवन से परेशानी निकल जायेगा। 

गुरु ग्रह शांति मंत्र - बृहस्पति ग्रह मंत्र दोष निवारण

अगर गुरु ग्रह आप के जन्म कुंडली पर पूरा असर डाल रहे है तो बृहस्पति गृह शांति मंत्र का जप करना चाहिए।  इससे गुरु गृह का दोष दाल जाता है। ॐ बृं बृहस्पतये नमः।। ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः।। ॐ देवानां च ऋषीणां गुरुं कांचनसन्निभम। बुद्धिभूतं त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्।। इन चार मन्त्रोमेसे किसी एक मंत्र को 108 बार गुरुवार के दी जप करना चाहिए।  जप करते वक्त पिले कपडे पहना चाहिए।