अक्षय तृतीया के दिन
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर समुद्र, गंगा या अन्य पुण्य नदी या तीर्थ में स्नान करें। इसके बाद भगवान गणेश, विष्णु , कुबेर और लक्ष्मी की विधि विधान से पूजा करें।
नैवेद्य में जौ या गेहूं का सत्तू, ककड़ी और चने की दाल अर्पित करें।
इसके बाद फल, फूल, बरतन, तथा वस्त्र आदि गरीब लोगों को दान करे ।
इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा सफेद कमल अथवा सफेद गुलाब या पीले गुलाब से करें।
नैवेद्य में जौ या गेहूं का सत्तू, ककड़ी और चने की दाल अर्पित करें।
इसके बाद फल, फूल, बरतन, तथा वस्त्र आदि गरीब लोगों को दान करे ।
इस दिन लक्ष्मी नारायण की पूजा सफेद कमल अथवा सफेद गुलाब या पीले गुलाब से करें।