अंगारकी संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश जी को समर्पित हे। महीने का संकष्टी चतुर्थी जब मंगलवार को पड़ता हे तोह इसे अंगारकी संकष्टी चतुर्थी कहते हे। २०१८ में अंगारकी संकष्टी जुलाई ३१ और दिसंबर ३१ को हे।
अंगारकी अग्नि से जुड़ा हुआ हे। बुद्धि और ज्ञान के देवता गणपति महाराज को प्रसन्न करने का ये सबसे बड़ा दिन है। इस दिन व्रत रख कर और खास पूजन व उपायों से बप्पा को प्रसन्न किया जा सकता है।
मंत्र बोलते हुए गणेशजी को सूखे चावल चढ़ाएं।
इस मंत्र का जाप अंगारकी संकष्टी चतुर्थी के दिन करने से प्रमोशन के योग बनते हैं।
आर्थिक समस्या को दूर करने के लिए बप्पा को दूर्वा उनके मस्तक पर रखें।
जो व्यक्ति गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ अंगारकी संकष्टी चतुर्थी के दिन करता है इस कभी अमंगाल का सामना नहीं करना पड़ता हे। इस पाठ में बताया गया है, जो व्यक्ति गणेशजी को मोदक का भोग लगाता है, उसका कभी अमंगल नहीं हो सकता।
अंगारकी अग्नि से जुड़ा हुआ हे। बुद्धि और ज्ञान के देवता गणपति महाराज को प्रसन्न करने का ये सबसे बड़ा दिन है। इस दिन व्रत रख कर और खास पूजन व उपायों से बप्पा को प्रसन्न किया जा सकता है।
अंगारकी संकष्टी चतुर्थी मंत्र
ॐ चन्द्रचूड़ामण्ये नमःसुख की कामना है तो
'इदं अक्षतम् ऊं गं गणपतये नमः'मंत्र बोलते हुए गणेशजी को सूखे चावल चढ़ाएं।
पैसे की दिक्कत दूर करने
पैसे की दिक्कत दूर करने के लिए शमी के कुछ पत्ते अंगारकी संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी को चढ़ाने चाहिए।प्रमोशन
श्री गणाधिपतयै नमःइस मंत्र का जाप अंगारकी संकष्टी चतुर्थी के दिन करने से प्रमोशन के योग बनते हैं।
आर्थिक समस्या को दूर करने के लिए बप्पा को दूर्वा उनके मस्तक पर रखें।
जो व्यक्ति गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ अंगारकी संकष्टी चतुर्थी के दिन करता है इस कभी अमंगाल का सामना नहीं करना पड़ता हे। इस पाठ में बताया गया है, जो व्यक्ति गणेशजी को मोदक का भोग लगाता है, उसका कभी अमंगल नहीं हो सकता।