गुरुवार का दिन बृहस्पति देव को समर्पित है। बृहस्पति मंत्र जप से बृहस्पति देव की कृपा को पाया जा सकता है। निचे दिए किसीबी एक बृहस्पति बीज मंत्र का जप गुरुवार को अवश्य करना चाहिए।
बृहस्पतिवार के दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करके बृहस्पति मंत्र का जप करना चाहिए।
गुरुवार के दिन प्रातः काल के समय उठकर स्नान आदि करके भगवान बृहस्पति की पूजा करनी चाहिए।
सरसों के तेल का दीया जलाएं और पीले फल-फूल अर्पित करके पूजा करना चाहिए।
बृहस्पतिवार के दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करके बृहस्पति मंत्र का जप करना चाहिए।
गुरुवार के दिन प्रातः काल के समय उठकर स्नान आदि करके भगवान बृहस्पति की पूजा करनी चाहिए।
सरसों के तेल का दीया जलाएं और पीले फल-फूल अर्पित करके पूजा करना चाहिए।
बृहस्पति मंत्र
- ॐ बृं बृहस्पतये नम:।
- ॐ क्लीं बृहस्पतये नम:।
- ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरवे नम:।
- ॐ ऐं श्रीं बृहस्पतये नम:।
- ॐ गुं गुरवे नम:।
किसी भी एक बृहस्पति मंत्र का गुरुवार के दिन 108 बार जप करने से लाभ मिलता है।