यदि आप कालसर्प दोष से ग्रसित हैं तो उससे मुक्ति पाने केलिए महादेव शिवा का पूजा अर्चना करना चाहिए। नाग की पूजा से महादेव जल्द प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन की हर बाधा
को दूर कर देते हैं।
ॐ कुरूकुल्ये हुं पट स्वाहा
ॐ कें केतवे नम:
तीनों मंत्रों का १०८ बार जप करना फलदायी हे।
ॐ रां राहुवे नम: मंत्र का या ॐ कुरूकुल्ये हुं पट स्वाहा 108 बार जाप करके शिवलिंग पर दूध, नाग-नागिन की प्रतिमाएं पुर दूध और हल्दी अर्पित करें।
ये पजा आप घर पर या मंदिर पर कर सकते हैं।
पूजा के दिन काले तिल, काले उड़द, काली राई, नीला वस्त्र, जामुन, काला साबुन, कच्चे कोयले, सिक्का, रांगा या लैड आदि दान अथवा चलते पानी में प्रवाहित करने से विशेष लाभ मिलता है।
कालसर्प दोष निवारण मंत्र
ॐ रां राहुवे नम:ॐ कुरूकुल्ये हुं पट स्वाहा
ॐ कें केतवे नम:
तीनों मंत्रों का १०८ बार जप करना फलदायी हे।
कालसर्प दोष निवारण पूजा
यह पूजा श्रवण कृष्णा पक्ष पंचमी और शुक्ल पंचमी को करना चाहिए। हर महीने का पंचमी तिथि को भी पूजा करना फलदायी हे।ॐ रां राहुवे नम: मंत्र का या ॐ कुरूकुल्ये हुं पट स्वाहा 108 बार जाप करके शिवलिंग पर दूध, नाग-नागिन की प्रतिमाएं पुर दूध और हल्दी अर्पित करें।
ये पजा आप घर पर या मंदिर पर कर सकते हैं।
पूजा के दिन काले तिल, काले उड़द, काली राई, नीला वस्त्र, जामुन, काला साबुन, कच्चे कोयले, सिक्का, रांगा या लैड आदि दान अथवा चलते पानी में प्रवाहित करने से विशेष लाभ मिलता है।
दूसरे उपाय
- मध्यमा में नाग की अंगूठी पहनें।
- काल सर्प योग की अंगूठी, लाकेट, यंत्र, गोमेद या लहसुनिया की अंगूठी धारण की जा सकती है।
- 500 ग्राम का पारद शिवलिंग बनवा कर रुद्राभिषेक कराएं।
- घर में मोरपंख रखें।