पीपल समस्त वृक्षों में सबसे पवित्र इसलिए माना गया है क्योंकि स्वयं भगवान श्रीहरि विष्णु जी पीपल में निवास करते हैं। जानिए कुछ पीपल के टोटके जो आप अपने जीवन सुधरने में उपयोग कर सकता है।
श्रीमद् भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है कि वृक्षों में मैं ‘पीपल’ हूं।
स्कंद पुराण के अनुसार पीपल के मूल (जड़) में विष्णु, तने में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्रों में भगवान हरि और फलों में समस्त देवताओं सदैव निवास करते हैं।
शास्त्रों के अनुसार पीपल पेड़ लगाने वाले व्यक्ति को जीवन में दुख नहीं सताता।
पीपल के पेड़ का सिंचन, पूजन और परिक्रमा करने से मनुष्य की कामनाओं की पूर्ति होती है वहीं शत्रुओं का नाश भी होता है।
पीपल का पेड़ लगाने के बाद उसे नियमित रूप से जल अर्पित करने से मोक्ष प्रापति होती है।
जैसे-जैसे आपने द्वारा लगाया हुवा पीपल वृक्ष बड़ा होगा आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती जाएगी, धन बढ़ता जाएगा।
पीपल के वृक्ष के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से करियर और नौखरि की समस्या जल्दी ख़तम हो जायेगा।
अमावस्या और शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करने से कष्ट निवृत्ति होती है।
प्रात: काल नियम से पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर जप, तप एवं प्रभु नाम का सिमरण करने से जीव को शारीरिक एवं मानसिक लाभ प्राप्त होता है।
पीपल के पेड़ के नीचे प्रतिदिन सरसों के तेल का दीपक जलाना से घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है, कारोबार में सफलता मिलती है, रुके हुए काम बनने लगते हैं।
तांबे के लोटे में जल भरकर भगवान विष्णु जी के अष्टभुज रूप का स्मरण करते हुए पीपल की जड़ में जल चढ़ाना चाहिए। इसे मैरिड लाइफ सक्सेसफुल और खुश रहे गा।
वृक्ष की पांच परिक्रमाएं नियम से करनी चाहिएं।
श्रीमद् भागवत गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने बताया है कि वृक्षों में मैं ‘पीपल’ हूं।
स्कंद पुराण के अनुसार पीपल के मूल (जड़) में विष्णु, तने में केशव, शाखाओं में नारायण, पत्रों में भगवान हरि और फलों में समस्त देवताओं सदैव निवास करते हैं।
पीपल के टोटके
पीपल को प्रतिदिन जल अर्पित करने से कुंडली के कई अशुभ माने जाने वाले ग्रह योगों का प्रभाव खत्म हो जाता है।शास्त्रों के अनुसार पीपल पेड़ लगाने वाले व्यक्ति को जीवन में दुख नहीं सताता।
पीपल के पेड़ का सिंचन, पूजन और परिक्रमा करने से मनुष्य की कामनाओं की पूर्ति होती है वहीं शत्रुओं का नाश भी होता है।
पीपल का पेड़ लगाने के बाद उसे नियमित रूप से जल अर्पित करने से मोक्ष प्रापति होती है।
जैसे-जैसे आपने द्वारा लगाया हुवा पीपल वृक्ष बड़ा होगा आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती जाएगी, धन बढ़ता जाएगा।
पीपल के वृक्ष के नीचे बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से करियर और नौखरि की समस्या जल्दी ख़तम हो जायेगा।
अमावस्या और शनिवार को पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान जी की पूजा-अर्चना करते हुए हनुमान चालीसा का पाठ करने से कष्ट निवृत्ति होती है।
प्रात: काल नियम से पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर जप, तप एवं प्रभु नाम का सिमरण करने से जीव को शारीरिक एवं मानसिक लाभ प्राप्त होता है।
पीपल के पेड़ के नीचे प्रतिदिन सरसों के तेल का दीपक जलाना से घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है, कारोबार में सफलता मिलती है, रुके हुए काम बनने लगते हैं।
तांबे के लोटे में जल भरकर भगवान विष्णु जी के अष्टभुज रूप का स्मरण करते हुए पीपल की जड़ में जल चढ़ाना चाहिए। इसे मैरिड लाइफ सक्सेसफुल और खुश रहे गा।
वृक्ष की पांच परिक्रमाएं नियम से करनी चाहिएं।