श्री साईं बाबा वंदना को साईं के सामने खड़े होकर एक बार सच्ची
श्रद्धापूर्वक पढ़ें इससे आपकी सभी इच्छाएं पूरी
होंगी।
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे, तुझे गले से लगाएंगे।
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएंगे,
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे।
हैं राम रमिया वो, हैं कृष्ण कन्हैया वो, वही मेरा साईं है।
सत्कर्म राहों पे चलना सीखते वो, वही जगदीश हैं।
प्रेम से पुकार तेरे पाप को जलाएंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे।
किरपा की छाया में बिठाएंगे तुझको, कहाँ तुम जावोगे।
उनकी दया दृष्टि जब जब पड़ेगी तुम यह भव तर जावोगे।
ऐसा है विशवास मन में ज्योत जगायेंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे।
मुनिओं ने ऋषिओं ने, गुरु शिष्य महिमा का, किया गुणगान है।
साईं के चरणो में, झुकती सकल सृष्टि, झुके भगवान है।
महिमा है अपार, सत्य की राह वो दिखलाएंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे।
श्री साईं वंदना
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे,थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे, तुझे गले से लगाएंगे।
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएंगे,
अखियाँ मन की खोल, तुझको दर्शन वो कराएंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे।
हैं राम रमिया वो, हैं कृष्ण कन्हैया वो, वही मेरा साईं है।
सत्कर्म राहों पे चलना सीखते वो, वही जगदीश हैं।
प्रेम से पुकार तेरे पाप को जलाएंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे।
किरपा की छाया में बिठाएंगे तुझको, कहाँ तुम जावोगे।
उनकी दया दृष्टि जब जब पड़ेगी तुम यह भव तर जावोगे।
ऐसा है विशवास मन में ज्योत जगायेंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे।
मुनिओं ने ऋषिओं ने, गुरु शिष्य महिमा का, किया गुणगान है।
साईं के चरणो में, झुकती सकल सृष्टि, झुके भगवान है।
महिमा है अपार, सत्य की राह वो दिखलाएंगे, तुझे गले से लगाएंगे॥
थोड़ा ध्यान लगा, साईं दौड़े दौड़े आएंगे।