चातुर्मास व्रत का पालन करते समय कुछ नियम का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- ये चार महीने पिले कपड़े पहना विशेष महत्व है।
- तुलसी की माला के साथ “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए ।
- पलंग पर ना सोये धरती पर बिछौना लगा कर सोना चाहिए।
- शहद, मूली और बैंगन का सेवन न करें।
- दही का उपयोग भी नहीं करना चाहिए।
- शुद्ध सात्विक भोजन करें।
- मांस, अंडा और मदिरा का सेवन न करें।
- विष्णु सहस्त्रनाम तथा भागवत पढ़ने व सुनने का विशेष महत्व है।
- भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की आराधना करनी चाहिए।
- भगवान को पीले वस्त्र, पीले फूल व मिठाई अर्पित करनी चाहिए
- ये चार महीने पिले कपड़े पहना विशेष महत्व है।
- तुलसी की माला के साथ “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का 108 बार जाप करना चाहिए ।
- पलंग पर ना सोये धरती पर बिछौना लगा कर सोना चाहिए।
- शहद, मूली और बैंगन का सेवन न करें।
- दही का उपयोग भी नहीं करना चाहिए।
- शुद्ध सात्विक भोजन करें।
- मांस, अंडा और मदिरा का सेवन न करें।
- विष्णु सहस्त्रनाम तथा भागवत पढ़ने व सुनने का विशेष महत्व है।
- भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की आराधना करनी चाहिए।
- भगवान को पीले वस्त्र, पीले फूल व मिठाई अर्पित करनी चाहिए