ॐ का उच्चारण करने से गले में कंपन पैदा होता है, जो थायराइड ग्रंथि का सकारात्मक प्रभाव डालता है। थायराइड का रामबाण इलाज है ये।
थायराइड ॐ उच्चारण की विधि: - प्रात: उठकर पवित्र होकर ओंकार ध्वनि का उच्चारण करें।
- ॐ का उच्चारण पद्मासन, अर्धपद्मासन, सुखासन, वज्रासन में बैठकर कर सकते हैं।
- इसका उच्चारण 5, 7, 11, 21, 41 और 108 बार अपने समयानुसार कर सकते हैं।
- ॐ जोर से बोल सकते हैं। धीरे-धीरे बोल सकते हैं। ॐ जपमाला से भी कर सकते हैं।
ॐ ओउम तीन अक्षरों से बना है। ‘अ’ का अर्थ है उत्पन्न होना, ‘उ’ का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात विकास, ‘म’ का मतलब है मौन हो जाना अर्थात ‘ब्रह्मलीन’ हो जाना। ॐ सम्पूर्ण ब्रह्मांड की उत्पत्ति और पूरी सृष्टि का द्योतक है। ॐ का उच्चारण शारीरिक लाभ प्रदान करता है। जानिए ॐ कैसे है स्वास्थ्यवर्धक और अपनाएं आरोग्य के लिए ॐ के उच्चारण का मार्ग।
ॐ का उच्चारण करने से गले में कंपन पैदा होता है, जो थायराइड ग्रंथि का सकारात्मक प्रभाव डालता है। थायराइड का रामबाण इलाज है ये।
थायराइड ॐ उच्चारण की विधि:
- प्रात: उठकर पवित्र होकर ओंकार ध्वनि का उच्चारण करें।
- ॐ का उच्चारण पद्मासन, अर्धपद्मासन, सुखासन, वज्रासन में बैठकर कर सकते हैं।
- इसका उच्चारण 5, 7, 11, 21, 41 और 108 बार अपने समयानुसार कर सकते हैं।
- ॐ जोर से बोल सकते हैं। धीरे-धीरे बोल सकते हैं। ॐ जपमाला से भी कर सकते हैं।
ॐ ओउम तीन अक्षरों से बना है। ‘अ’ का अर्थ है उत्पन्न होना, ‘उ’ का तात्पर्य है उठना, उड़ना अर्थात विकास, ‘म’ का मतलब है मौन हो जाना अर्थात ‘ब्रह्मलीन’ हो जाना। ॐ सम्पूर्ण ब्रह्मांड की उत्पत्ति और पूरी सृष्टि का द्योतक है। ॐ का उच्चारण शारीरिक लाभ प्रदान करता है। जानिए ॐ कैसे है स्वास्थ्यवर्धक और अपनाएं आरोग्य के लिए ॐ के उच्चारण का मार्ग।