सनातन धर्म में कालाष्टमी का विशेष महत्व है। हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है।
- स्नान करें और साफ वस्त्र धारण करें।
- घर में गंगाजल का छिड़काव करें।
- इसके बाद पूजा स्थल को साफ करें और बाबा भैरव की मूर्ति या चित्रपट स्थापित करें, संभव न हो तो भगवान शिव का स्वरुप भी विराजित कर सकते हैं।
- फिर भैरव बाबा को फूल अर्पित करें।
- बाबा काल भैरव का धूप, दीप से पूजन कर नारियल, इमरती, पान, मदिरा का भोग लगाएं।
- फिर भैरव बाबा के समक्ष चौमुखी दीपक जलाएं और पूजा करते समय भैरव चालीसा और मंत्रों का जाप करें।
- आखिर में आरती करें और काल भैरव को अपनी मनोकामना बताएं।